Molana Mohammad Ali Zohar's Biography
मौलाना मोहम्मद अली जौहर जीवनी
Molana Mohammad Ali Zohar's Biography
प्रारंभिक जीवन:
मौलाना मुहम्मद अली जौहर का जन्म 10 दिसम्बर 1878 को इंडियन-ऑक्यूपाइड बर्टों, (जो कि आजकल कोलकाता), पश्चिम बंगाल में हुआ था। उनका परिवार ब्रिटिश बंगाल में रहता था और वे वहां की अंग्रेजी स्कूलों में पढ़े। उन्होंने मैग्सेलेन कॉलेज, कोलकाता से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर इंग्लैंड जाकर लांस्डन कॉलेज से और भी ऊंची शिक्षा प्राप्त की।
मौलाना मुहम्मद अली जौहर एक विशेष उर्दू कवि और पत्रकार थे। उन्होंने अपनी कविताओं में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रेरणा दी। वे उर्दू की मशहूर ग़ज़ल "सर्सर-ए-राह" के लेखक भी थे। मौलाना जौहर का पत्रकारिता क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा, और वे 'कोमन्वेल्थ' और 'मौलाना' जैसे प्रमुख पत्रिकाओं के संपादक रहे।
स्वतंत्रता संग्राम में योगदान:
मौलाना मुहम्मद अली जौहर ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख भूमिका निभाई। वे गोलमिंडी आड़े कांड (1919) के प्रमुख नेता थे, जिसमें उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के खिलाफ प्रोटेस्ट किया था। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की स्वतंत्रता पासबान के प्रमुख नेता थे और व्यापारिक अपार्टनड में भाग लिया।
पोस्ट-स्वतंत्रता संग्राम जीवन:
भारत की स्वतंत्रता के बाद, मौलाना मुहम्मद अली जौहर ने पाकिस्तान के लिए अलगाव की अपील की और पाकिस्तान के स्थापना के पक्ष में सक्रिय भूमिका निभाई। वे पाकिस्तान के संविधान के लिए भी काम किये और पाकिस्तान के पहले संविधान निर्माणकर्ता में से एक थे।
आखिरी जीवन और उपलब्धियाँ:
मौलाना मुहम्मद अली जौहर का निधन 4 जनवरी 1931 को हुआ।
उन्हें उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित सम्मान "भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी" के रूप में प्राप्त किया गया। वे आज भी भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नेता के रूप में याद किए जाते हैं और उनके साहित्यिक योगदान का महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्हें उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित सम्मान "भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी" के रूप में प्राप्त किया गया। वे आज भी भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नेता के रूप में याद किए जाते हैं और उनके साहित्यिक योगदान का महत्वपूर्ण स्थान है।
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